जो खिलाड़ी औसतन 33 रन बनाता है, उसकी कमी कौन महसूस करता है’: इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी को लेकर विराट कोहली पर तीखी टिप्पणी

आगामी टेस्ट सीरीज़ इंग्लैंड में भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक नया अनुभव लेकर आएगी। यह सीरीज़ शुक्रवार से लीड्स में शुरू हो रही है और इस बार भारतीय टीम विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बड़े नामों के बिना मैदान में उतरेगी। दोनों ही दिग्गजों ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। उनके साथ आर अश्विन भी इस सीरीज़ का हिस्सा नहीं होंगे, क्योंकि उन्होंने हाल ही में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था।
अब टीम की कमान शुभमन गिल को सौंपी गई है, जो रोहित शर्मा की जगह नई टेस्ट कप्तान के रूप में मैदान में उतरेंगे। वहीं, ऋषभ पंत को उपकप्तानी की जिम्मेदारी दी गई है। टीम का पूरा ढांचा अब नए खिलाड़ियों और युवा सोच के इर्द-गिर्द तैयार हो रहा है।
नई ओपनिंग जोड़ी, बदला मिडिल ऑर्डर
पहले टेस्ट में एक बिल्कुल नई भारतीय शीर्ष क्रम देखने को मिलेगा। उम्मीद है कि यशस्वी जायसवाल ओपनिंग की शुरुआत गुजरात टाइटन्स के सितारे साई सुदर्शन के साथ करेंगे। वहीं शुभमन गिल ने साफ कर दिया है कि वह नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करेंगे – वह पोज़िशन जिसे सालों तक विराट कोहली ने मजबूती से संभाला था।
करुण नायर, जिन्हें ‘कमबैक किंग’ कहा जा रहा है, वापसी की तैयारी में हैं और वे नंबर 3 के लिए मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि, इस स्थान के लिए केएल राहुल भी पूरी तरह से तैयार हैं, जिससे टीम चयन और बल्लेबाज़ी क्रम को लेकर दिलचस्प स्थिति बन गई है।
“जो खिलाड़ी औसतन 33 बनाता है, उसकी इतनी कमी नहीं महसूस होती” – माइकल वॉन का तीखा बयान
जहां फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि विराट कोहली की अनुपस्थिति सीरीज़ में एक बड़ी चर्चा का विषय होगी, वहीं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कोहली को लेकर एक तीखा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कोहली की बल्लेबाज़ी की उतनी कमी महसूस नहीं होगी, जितनी उनके ड्रेसिंग रूम के प्रभाव और मैदान पर ऊर्जा की होगी।
वॉन ने कहा,
“कोहली एक लीजेंड हैं और भारतीय टीम की संस्कृति बनाने वाले खिलाड़ी हैं। कप्तानी के दौरान उन्होंने जो ऊर्जा, जुनून और आक्रामकता टीम को दी, वह आज भी टीम की सोच में झलकती है।”
हालांकि उन्होंने साथ ही जोड़ा,
“लेकिन इंग्लैंड में उन्होंने केवल 33 की औसत से रन बनाए हैं। जो खिलाड़ी सिर्फ 33 की औसत से रन बनाता है, उसकी बहुत ज़्यादा कमी नहीं खलती, लेकिन जिस तरह की उपस्थिति वह ड्रेसिंग रूम में रखते हैं, वह ज़रूर मिस की जाएगी।”
गौरतलब है कि विराट कोहली ने इंग्लैंड की ज़मीन पर 17 टेस्ट मैचों में 1096 रन बनाए हैं, और उनका औसत रहा है 33.21, जो उनके करियर औसत से कहीं कम है।
नई पीढ़ी के खिलाड़ी तैयार – वॉन को भरोसा
माइकल वॉन ने यह भी कहा कि टीम इंडिया में जो नई पीढ़ी के खिलाड़ी शामिल किए गए हैं, वे इंग्लैंड की परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करने की पूरी क्षमता रखते हैं।
उनके अनुसार,
“जो खिलाड़ी इस बार भारत के लिए खेलेंगे, वे वाकई शानदार हैं। संभव है कि ये युवा खिलाड़ी लंबे समय से इस मौके का इंतज़ार कर रहे हों। और अगर वे इस मौके पर दमदार प्रदर्शन करें, तो किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए।”
क्या नई टीम इंडिया इतिहास रचेगी?
यह सीरीज़ भारत के लिए सिर्फ इंग्लैंड में जीत की एक और कोशिश नहीं है, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है। कोहली, रोहित और अश्विन जैसे दिग्गजों की जगह अब गिल, जायसवाल, सुदर्शन और करुण नायर जैसे युवा चेहरे ले रहे हैं। अनुभव और उत्साह का ये नया मिश्रण क्या इंग्लैंड की धरती पर इतिहास रचेगा, यह आने वाले दिन तय करेंगे।
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लेकिन एक बात तो साफ है — यह भारतीय टेस्ट टीम अब एक नए अध्याय की ओर बढ़ रही है, और क्रिकेट फैंस को अब पुरानी यादों से ज़्यादा, नए नायकों की ओर देखना होगा।