विवेकानंद के 10 विचार जीवन में भर देंगे ऊर्जा!

Nov 29, 2023

उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये।

निंदा ना करें, अगर मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो ज़रुर बढ़ाएं।

ब्रह्मांड की सभी शक्तियां हमारे अंदर हैं। यह हम ही हैं जिन्होंने... 

अपनी आंखों के सामने हाथ रखा है और रोते हुए कहा कि अंधेरा है।

अगर हाथ नहीं बढ़ा सकते हैं, तो हाथ जोड़कर उन्हें आशीर्वाद दें।

जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिए |

सच कहने के हजारों तरीके हो सकते हैं और फिर भी सच तो वही रहता है।

जितना हम दूसरों के साथ अच्छा करते हैं, उतना हमारा हृदय पवित्र हो जाता है।

गुरुमाता को गुरु से बढ़कर क्यों मानते थे विवेकानंद? जानें प्रचारप्रसार पर ।