वैभव सूर्यवंशी ने दिखाया दम, इंग्लैंड में भारत U-19 ने इंग्लैंड के खिलाफ बनाए 444 रन

25 जून को, जिस दिन भारत की सीनियर पुरुष टीम इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में पांच विकेट से हार गई, उसी दिन देश के उभरते क्रिकेट सितारों ने इंग्लैंड की सरज़मीं पर करारा जवाब दिया। आयुष म्हात्रे की कप्तानी में भारत की अंडर-19 टीम ने इंग्लैंड लायंस को एकतरफा प्रैक्टिस मैच में 231 रनों के बड़े अंतर से हराकर आगामी यूथ वनडे सीरीज़ (27 जून से शुरू) से पहले जोरदार संदेश दे दिया।
यह शानदार जीत टीम के इंग्लैंड दौरे के पहले ही मुकाबले में आई, और यह एक ज़बरदस्त बयान था। युवा भारतीय टीम, जोश और आत्मविश्वास से लबरेज़, ने निर्धारित 50 ओवरों में 444 रन ठोक डाले। इस दौरान टीम ने 26 छक्के जड़े और इसके बाद मेज़बान इंग्लैंड को महज़ 211 रन पर ऑलआउट कर दिया।
जहां सीनियर टीम शुबमन गिल की पहली टेस्ट कप्तानी में नॉटिंघम में लड़खड़ा गई, वहीं भारत के अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों ने मीलों दूर पूरी चमक के साथ प्रदर्शन कर सबका ध्यान खींचा। इन्हीं उभरते चेहरों में एक नाम था वैभव सूर्यवंशी का, जो पहली बार इंग्लैंड दौरे पर थे। हालांकि उनका योगदान छोटा रहा—13 गेंदों में 17 रन—लेकिन उन्होंने 130 के स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 2 चौके और एक छक्का लगाकर अपने इरादे ज़ाहिर कर दिए।
असल आतिशबाज़ी तो लोअर मिडल ऑर्डर से देखने को मिली। नंबर 9 पर बल्लेबाज़ी करने उतरे हरवंश पंगलिया ने इंग्लिश गेंदबाज़ी की धज्जियाँ उड़ा दीं। उन्होंने सिर्फ 52 गेंदों में 103 रन ठोके, जिसमें 9 छक्के और 8 चौके शामिल थे। इंग्लैंड लायंस की गेंदबाज़ी उनके सामने बेबस नज़र आई।
टीम की बल्लेबाज़ी में हर ओर से योगदान देखने को मिला—कनिष्क चौहान ने 79 रन जोड़े, राहुल कुमार ने 73 रनों की अहम पारी खेली और आरएस अम्ब्रीश ने भी 72 रन बनाकर पारी को दमदार आधार दिया। यह पूरी बल्लेबाज़ी प्रदर्शन ऊर्जा, आक्रामकता और आत्मविश्वास का उदाहरण बन गया।
जब बल्लेबाज़ों ने अपना काम बखूबी निभा लिया, तो भारतीय गेंदबाज़ों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। टीम ने नौ गेंदबाज़ों को घुमाया और हर एक ने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ पूरी धार दिखाई। इंग्लैंड की टीम कभी भी लक्ष्य का पीछा करते हुए नियंत्रण में नहीं दिखी और स्कोरबोर्ड के दबाव में पूरी तरह ढह गई।
50 ओवर के इस वॉर्म-अप मुकाबले में भारत की ज़बरदस्त जीत ने आगामी सीरीज़ के लिए माहौल तैयार कर दिया है। भारत की अंडर-19 टीम इस दौरे के दौरान इंग्लैंड में पांच युवा वनडे और दो मल्टी-डे मैच खेलने वाली है। वनडे मैच 27 जून से 7 जुलाई तक होव, नॉर्थहैम्पटन और वॉर्सेस्टर में खेले जाएंगे। पहला चार दिवसीय मैच 12 जुलाई से शुरू होगा, जबकि दूसरा 20 जुलाई से चेल्म्सफोर्ड में खेला जाएगा। दौरे का समापन 23 जुलाई को होगा।
वैभव सूर्यवंशी, हरवंश पंगलिया और कप्तान आयुष म्हात्रे जैसे होनहार खिलाड़ियों की मौजूदगी से उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं। भारतीय क्रिकेट गलियारों में इस दौरे को भविष्य के अंतरराष्ट्रीय सितारों की परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है। खास तौर पर सूर्यवंशी, जो अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी शैली और परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालने की क्षमता के चलते चर्चा में हैं, वे इस टीम की बड़ी ताकत माने जा रहे हैं।
ये भी पढ़े- यशस्वी जायसवाल इंग्लैंड के खिलाफ इतनी कैच क्यों छोड़ रहे हैं? आर अश्विन ने बताया कारण
यह दौरा ना केवल खिलाड़ियों के लिए अनुभव का खज़ाना साबित हो सकता है, बल्कि भारत के क्रिकेट भविष्य की नींव भी इसी से रखी जा सकती है।