Shubhankar Mishra बनेंगे NDTV के कंसल्टिंग एडिटर, जुलाई से होगी नई शुरुआत

मशहूर पत्रकार और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शुभंकर मिश्रा ने अपने करियर का एक और नया अध्याय शुरू करने का ऐलान किया है। वह जुलाई 2025 से भारत के प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनल NDTV के साथ बतौर कंसल्टिंग एडिटर जुड़ने जा रहे हैं। इस खबर के सामने आते ही मीडिया और डिजिटल जगत में हलचल तेज हो गई है। शुभंकर मिश्रा ने खुद इस बात की पुष्टि अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर की, जहाँ उन्होंने NDTV को धन्यवाद दिया और इसे “एक नई ज़िम्मेदारी” बताया।
शुभंकर मिश्रा ने अपने करियर की शुरुआत परंपरागत न्यूज़ चैनलों से की थी, लेकिन उन्हें असली पहचान मिली उनके डिजिटल कंटेंट और यूट्यूब वीडियो के ज़रिए। अपने सीधे और व्यावहारिक अंदाज़ से उन्होंने आम लोगों से गहरा जुड़ाव बनाया। उनके लाखों फॉलोअर्स सोशल मीडिया पर उनकी ईमानदारी और स्पष्ट दृष्टिकोण की सराहना करते हैं।
NDTV के साथ जुड़ना न सिर्फ उनके करियर का बड़ा मोड़ है, बल्कि यह भारतीय मीडिया में डिजिटल और परंपरागत पत्रकारिता के संगम का प्रतीक भी है। एक ओर NDTV की प्रतिष्ठा और गहराई है, तो दूसरी ओर शुभंकर का यंग और डिजिटल अप्रोच, जिससे युवा दर्शकों तक न्यूज़ पहुँचाना आसान होगा।
यह नई भूमिका शुभंकर मिश्रा को न केवल नए प्लेटफॉर्म पर काम करने का अवसर देगी, बल्कि उन्हें भारतीय पत्रकारिता की नई दिशा देने में भी मददगार साबित हो सकती है।
1. Shubhankar Mishra का NDTV में शामिल होना क्यों है खास?
Shubhankar Mishra का NDTV जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान से जुड़ना कई मायनों में बेहद खास है। एक ओर वह डिजिटल युग के सबसे लोकप्रिय युवा पत्रकारों में गिने जाते हैं, वहीं दूसरी ओर NDTV भारत के सबसे भरोसेमंद और प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनलों में से एक है। इस साझेदारी से यह संकेत मिलता है कि अब पारंपरिक मीडिया हाउस भी डिजिटल प्रभावशाली लोगों को साथ लेकर चलने को तैयार हैं।
Shubhankar ने हाल के वर्षों में यूट्यूब और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की है। उनके ज़मीनी रिपोर्ट्स और सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित वीडियो ने उन्हें आम जनता का चहेता बना दिया। NDTV, जो अपनी गंभीर पत्रकारिता और तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग के लिए जाना जाता है, ऐसे युवा और जनसरोकार से जुड़े पत्रकार को अपने साथ जोड़कर यह दर्शा रहा है कि वह बदलाव को अपनाने के लिए तैयार है।
यह गठबंधन सिर्फ पत्रकारिता के लिहाज़ से ही नहीं, बल्कि दर्शकों की पसंद, डिजिटल विस्तार और विश्वसनीय कंटेंट के संतुलन के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। यह उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो मीडिया में करियर बनाना चाहते हैं लेकिन परंपरागत रास्तों से नहीं आ पाए।
2. NDTV में Consulting Editor की भूमिका क्या होती है?
NDTV में Consulting Editor की भूमिका एक वरिष्ठ, विश्लेषणात्मक और मार्गदर्शक पद होती है। इस पद पर कार्यरत व्यक्ति न केवल कंटेंट की गुणवत्ता और दिशा तय करता है, बल्कि न्यूज़ रूम की रणनीतियों, खास कार्यक्रमों और रिपोर्टिंग के तरीकों को बेहतर बनाने में भी योगदान देता है।
Shubhankar Mishra को इस भूमिका में रखने का मतलब है कि NDTV उन्हें कंटेंट की क्योरशन, डिबेट की रूपरेखा, स्पेशल स्टोरीज और डिजिटल न्यूज़ फॉर्मेट में नई सोच लाने का अवसर देगा। एक Consulting Editor का कार्य केवल रिपोर्टिंग तक सीमित नहीं होता, बल्कि वह न्यूज़ एजेंडा, पॉलिटिकल बैलेंस, और दर्शकों की रूचि के अनुसार कार्यक्रम तैयार करवाने में भी भाग लेता है।
Shubhankar जैसे व्यक्ति के लिए यह भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि उनके पास यूट्यूब और सोशल मीडिया की व्यापक समझ है। NDTV उन्हें इस पद पर रखकर डिजिटल ट्रांजिशन को मज़बूती देना चाहता है। वे युवा दर्शकों से कैसे जुड़ें, जमीनी मुद्दों को मुख्यधारा में कैसे लाएं — इन सभी पहलुओं में Shubhankar की भागीदारी NDTV के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकती है।
कुल मिलाकर, Consulting Editor की भूमिका एक ब्रिज का काम करती है – कंटेंट और दर्शकों के बीच, ज़मीनी मुद्दों और न्यूज़रूम के बीच।
3. YouTube से Newsroom तक: Shubhankar Mishra का सफर
Shubhankar Mishra का सफर बेहद दिलचस्प रहा है। उन्होंने अपनी पत्रकारिता की शुरुआत एक पारंपरिक रिपोर्टर के तौर पर की थी, लेकिन जल्द ही उन्हें यह एहसास हुआ कि आज के दौर में पत्रकारिता का रूप तेजी से बदल रहा है। उन्होंने अपने व्यक्तिगत यूट्यूब चैनल के ज़रिए ऐसे मुद्दों पर रिपोर्टिंग शुरू की जो आमतौर पर मुख्यधारा की मीडिया में जगह नहीं पाते।
छोटे शहरों, ग्रामीण भारत, बेरोज़गारी, शिक्षा, और सोशल इश्यूज़ पर उनके ग्राउंड रिपोर्ट्स ने उन्हें खास पहचान दिलाई। लाखों सब्सक्राइबर्स और करोड़ों व्यूज़ पाने वाले उनके वीडियो ने यह साबित किया कि लोग आज भी सच्ची, सरल और स्पष्ट पत्रकारिता देखना चाहते हैं।
यहीं से उनका डिजिटल सफर शुरू हुआ जो अब NDTV के न्यूज़रूम तक पहुँच चुका है। यह बदलाव दर्शाता है कि अब YouTube जैसे प्लेटफॉर्म्स से भी पत्रकारिता को नए चेहरे मिल सकते हैं, जो न केवल सवाल पूछते हैं, बल्कि समाधान की दिशा में भी सोचते हैं।
उनकी भाषा, शैली और लोगों से जुड़ाव की ताकत ने उन्हें NDTV के जैसे राष्ट्रीय चैनल तक पहुँचा दिया। YouTube से Newsroom तक का यह सफर नए ज़माने की पत्रकारिता के बदलते चेहरे का प्रतीक है।
4. NDTV और Shubhankar Mishra – कैसे बनी यह नई साझेदारी?
Shubhankar Mishra और NDTV की यह नई साझेदारी यूं ही नहीं बनी, बल्कि इसके पीछे एक विचारशील रणनीति और मीडिया में बदलते ट्रेंड्स हैं। NDTV लंबे समय से गुणवत्ता आधारित पत्रकारिता के लिए जाना जाता है, लेकिन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर युवा दर्शकों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए NDTV अब नए चेहरे और नए विचारों को साथ जोड़ने की दिशा में काम कर रहा है।
Shubhankar ने अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से एक बड़ी ऑडियंस बनाई है जो पारंपरिक चैनलों से हटकर नए अंदाज़ की पत्रकारिता को पसंद करती है। NDTV ने इस बदलाव को समझते हुए ऐसे पत्रकार को अपने साथ जोड़ने का निर्णय लिया जो डिजिटल माध्यमों में गहरी पकड़ रखता हो, लेकिन पत्रकारिता के मूल्यों से भी जुड़ा हो।
सूत्रों के अनुसार, NDTV के सीनियर मैनेजमेंट और Shubhankar के बीच कई दौर की बातचीत हुई, जिसमें कंटेंट की दिशा, दर्शक वर्ग और भूमिका की स्पष्टता पर सहमति बनी। इसके बाद ही उन्हें “Consulting Editor” के पद की पेशकश की गई।
यह साझेदारी दर्शाती है कि मीडिया अब सिर्फ स्टूडियो से नहीं चलेगा, बल्कि डिजिटल जनभागीदारी, फील्ड रिपोर्टिंग और सोशल इंपैक्ट को भी महत्व देगा। NDTV और Shubhankar की यह जोड़ी भारतीय पत्रकारिता के लिए एक नई प्रेरणा बन सकती है।
5. Social Media से खबरों तक – Shubhankar का प्रभावशाली ट्रांजिशन
Shubhankar Mishra ने सोशल मीडिया को केवल मनोरंजन या प्रचार का माध्यम नहीं माना, बल्कि उन्होंने इसे पत्रकारिता का एक सशक्त टूल बना दिया। उनके फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर मिलियन फॉलोअर्स हैं, लेकिन उन्होंने अपनी लोकप्रियता को खबरों और जमीनी मुद्दों के साथ जोड़े रखा।
उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो के ज़रिए बेरोज़गारी, ग्रामीण समस्याएं, सरकारी योजनाओं की हकीकत और आम लोगों की आवाज़ को लाखों तक पहुँचाया। यही वजह रही कि उनका ट्रांजिशन यूट्यूबर से पत्रकार और अब NDTV में Consulting Editor तक पहुँचना एक बेहद प्रभावशाली यात्रा बन गया है।
आज की पत्रकारिता में जब ज़्यादातर चैनल टीआरपी और बहस में उलझे हैं, Shubhankar ने अपनी सादगी और विषय की गंभीरता से दर्शकों को यह यकीन दिलाया कि पत्रकारिता अब भी ज़मीन से जुड़ी हो सकती है।
उनकी यह ट्रांजिशन सिर्फ प्लेटफॉर्म बदलने की कहानी नहीं है, बल्कि यह पत्रकारिता के एक नए युग की शुरुआत है जहाँ सोशल मीडिया और न्यूज़रूम साथ-साथ चल सकते हैं। NDTV जैसे बड़े ब्रांड का उन्हें स्वीकार करना इस बात का प्रमाण है कि बदलाव स्वीकार हो रहा है।
6. NDTV में Shubhankar की एंट्री पर दर्शकों की क्या है प्रतिक्रिया?
जैसे ही Shubhankar Mishra के NDTV से जुड़ने की घोषणा हुई, सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब कमेंट्स में उनके फैंस और समर्थकों ने इस फैसले का जोरदार स्वागत किया। कई लोगों ने इसे “युवाओं की जीत” और “सच बोलने वालों की पहचान” बताया।
लोगों को इस बात की खुशी है कि अब NDTV जैसे प्रतिष्ठित चैनल पर Shubhankar की आवाज़ भी गूंजेगी। एक यूज़र ने लिखा, “अब न्यूज़ में दम होगा, जब Shubhankar NDTV पर आएंगे।” वहीं कुछ दर्शकों ने यह भी उम्मीद जताई कि वह डिजिटल कंटेंट की गुणवत्ता को बढ़ाएंगे और NDTV को युवाओं से बेहतर जोड़ पाएंगे।
हालांकि, कुछ दर्शकों ने यह चिंता भी जताई कि कहीं चैनल की पारंपरिक कार्यशैली Shubhankar की स्वतंत्रता को सीमित न कर दे। लेकिन अधिकांश लोगों का मानना है कि यह एक पॉजिटिव कदम है और इससे न्यूज़ इंडस्ट्री में कुछ नया देखने को मिलेगा।
दर्शकों की यह प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि Shubhankar सिर्फ एक यूट्यूबर नहीं, बल्कि लाखों युवाओं की आवाज़ बन चुके हैं, और NDTV में उनकी उपस्थिति एक नई दिशा का संकेत है।
7. पत्रकारिता की नई पहचान बना रहे हैं Shubhankar Mishra
Shubhankar Mishra आज केवल एक पत्रकार नहीं, बल्कि पत्रकारिता के एक नए चेहरे के रूप में उभर चुके हैं। जहां एक ओर कई न्यूज़ एंकर TRP की होड़ में उलझे हैं, वहीं Shubhankar सच्चे मुद्दों पर रिपोर्टिंग करने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने दिखाया कि पत्रकारिता केवल बहस नहीं, बल्कि बदलाव लाने का माध्यम भी हो सकती है।
Shubhankar की भाषा सरल है, शैली सजीव है और विषय चयन आम आदमी से जुड़ा होता है। उनकी रिपोर्ट्स में शोर नहीं होता, बल्कि सच्चाई होती है – यही बात उन्हें बाकी पत्रकारों से अलग बनाती है। उन्होंने डिजिटल मीडिया को माध्यम बनाकर समाज की उन आवाज़ों को सामने लाया, जिन्हें पहले कभी न्यूज़ नहीं माना जाता था।
उनकी यही विशिष्टता अब NDTV में एक नई पहचान बनाएगी। वह न सिर्फ एक एंकर या एडिटर होंगे, बल्कि एक आइडिया होंगे – पत्रकारिता को जनता से जोड़ने का। वे उन युवाओं के लिए रोल मॉडल बन चुके हैं जो बिना बड़े चैनलों में नौकरी किए भी सच्ची पत्रकारिता करना चाहते हैं।
इस प्रकार, Shubhankar Mishra पत्रकारिता की उस दिशा का प्रतीक हैं, जो नई सोच, नए माध्यम और नए तेवर से सच्चाई तक पहुँचने का नाम है।
8. NDTV में आने के पीछे Shubhankar की सोच क्या है?
Shubhankar Mishra का NDTV से जुड़ना केवल एक करियर मूव नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक गहरी सोच और उद्देश्य छिपा है। Shubhankar हमेशा से ही यह मानते रहे हैं कि पत्रकारिता सिर्फ स्टूडियो में बैठकर बहस करने तक सीमित नहीं होनी चाहिए। उनकी रिपोर्टिंग का फोकस हमेशा आम आदमी की आवाज़ को सामने लाना रहा है — और यही NDTV की भी पहचान रही है।
उनकी सोच यह है कि एक सशक्त मंच के माध्यम से वे अपनी पत्रकारिता को और अधिक लोगों तक पहुँचा सकें। NDTV की विश्वसनीयता और वर्षों की पत्रकारिता की विरासत को वह अपनी ऊर्जा, डिजिटल समझ और जमीन से जुड़े मुद्दों के साथ मिलाकर एक नया मुकाम देना चाहते हैं।
उन्होंने खुद अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “NDTV में एक नई जिम्मेदारी, एक नई सोच के साथ जुड़ रहा हूँ, ताकि ज़मीनी सच्चाई को बड़ी आवाज़ मिल सके।”
Shubhankar की यह सोच पारंपरिक और डिजिटल मीडिया के बीच की खाई को पाटने का प्रयास है। NDTV को वे ऐसा प्लेटफॉर्म मानते हैं जहाँ से वे स्वतंत्र, निष्पक्ष और साहसी पत्रकारिता कर सकेंगे — लेकिन व्यापक दर्शकों के बीच।
उनका यह निर्णय न केवल उनके लिए बल्कि आने वाली पीढ़ी के पत्रकारों के लिए भी प्रेरणास्पद है।
9. डिजिटल युग में पत्रकारिता का नया चेहरा – Shubhankar Mishra
आज की पत्रकारिता पूरी तरह बदल चुकी है। वह समय गया जब केवल टीवी पर आने वाला चेहरा ही “पत्रकार” कहलाता था। अब पत्रकारिता सोशल मीडिया, यूट्यूब, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भी जीवित और सक्रिय है। इस बदलाव के दौर में Shubhankar Mishra एक ऐसा नाम बनकर उभरे हैं जिन्होंने डिजिटल माध्यम को पत्रकारिता के सशक्त औज़ार में बदला है।
Shubhankar न सिर्फ न्यूज़ रिपोर्टिंग करते हैं, बल्कि अपने दर्शकों को हर स्टोरी के पीछे की सच्चाई और मानवीय पहलू से भी जोड़ते हैं। उनकी स्टोरीज़ में पॉलिटिक्स हो या बेरोज़गारी, छात्रों की आवाज़ हो या किसान की समस्या — हर रिपोर्ट में इंसानियत झलकती है।
NDTV में उनका जुड़ना यह दिखाता है कि अब डिजिटल युग का प्रतिनिधित्व करने वाले पत्रकार भी मुख्यधारा में स्वीकृति पा रहे हैं। उन्होंने दिखाया कि वीडियो की गुणवत्ता से ज्यादा ज़रूरी होती है उसकी सच्चाई और प्रस्तुति।
वह डिजिटल युग के उस पत्रकार हैं, जो न कैमरा से डरते हैं, न सवालों से। उनकी ऊर्जा, शैली और विषय चयन ने उन्हें नई पीढ़ी का प्रेरक चेहरा बना दिया है। NDTV का यह कदम यह बताता है कि भारतीय मीडिया अब डिजिटल पत्रकारों की वैधता को स्वीकार कर रहा है।
10. YouTuber से News Anchor तक – कैसे बदली Shubhankar की प्रोफाइल
Shubhankar Mishra की यात्रा एक YouTuber से NDTV के Consulting Editor बनने तक बेहद प्रेरणादायक रही है। जहां अधिकांश लोग यूट्यूब को केवल कंटेंट क्रिएशन या मनोरंजन का माध्यम मानते हैं, Shubhankar ने इसे पत्रकारिता का मंच बना दिया। वह एक सच्चे “People’s Journalist” के रूप में उभरे।
उनकी शुरुआत सोशल मीडिया पर वीडियो रिपोर्टिंग से हुई, जिनमें वह सीधे ग्राउंड से मुद्दों को उठाते थे — चाहे वह बेरोज़गारी हो, किसान की समस्या हो या सरकारी दावों की सच्चाई। उन्होंने कभी कैमरे के आगे दिखावे के लिए नहीं, बल्कि सच्चाई को उजागर करने के लिए काम किया।
धीरे-धीरे उन्होंने खुद को एक भरोसेमंद, निष्पक्ष और युवा पत्रकार के रूप में स्थापित किया। लाखों लोगों ने उनके वीडियो देखे और उन्हें एक भरोसेमंद आवाज़ मान लिया। और अब NDTV जैसे चैनल में शामिल होकर वह इस प्रोफाइल को और ऊंचा ले जाने जा रहे हैं।
यह प्रोफाइल सिर्फ एक पद का बदलाव नहीं, बल्कि एक सोच की जीत है — कि पत्रकारिता अब सिर्फ बड़े मीडिया हाउस की बपौती नहीं, बल्कि मेहनती और प्रतिबद्ध युवाओं की भी हो सकती है।
11. Shubhankar Mishra की जर्नलिज़्म में वापसी – क्या है उनकी योजना?
हालांकि Shubhankar Mishra कभी पत्रकारिता से दूर नहीं हुए, लेकिन NDTV में Consulting Editor की भूमिका में उनकी “मुख्यधारा पत्रकारिता” में वापसी मानी जा रही है। इस भूमिका के तहत उनकी योजना है कि वह डिजिटल कंटेंट, ग्राउंड रिपोर्टिंग और युवा मुद्दों को एक नई दिशा दें।
उन्होंने पहले भी कहा है कि वह सिर्फ स्टूडियो में बैठकर न्यूज़ पढ़ने में विश्वास नहीं करते, बल्कि ज़मीनी सच्चाई दिखाना उनकी प्राथमिकता रही है। NDTV में उनके इस विज़न को नई ऊंचाई मिलेगी क्योंकि अब उन्हें एक बड़ा मंच, अनुभवी टीम और टेक्नोलॉजिकल संसाधन उपलब्ध होंगे।
उनकी योजना में खास ध्यान रहेगा ग्रामीण भारत, युवाओं के मुद्दे, शिक्षा, रोजगार और नीति से जुड़ी खबरों पर। साथ ही वे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर NDTV के कंटेंट को और अधिक सशक्त और प्रभावशाली बनाने की दिशा में भी काम करेंगे।
Shubhankar चाहते हैं कि पत्रकारिता फिर से लोगों की आवाज़ बने — सिर्फ ब्रेकिंग न्यूज़ नहीं, बल्कि बदलाव लाने वाली रिपोर्टिंग हो। NDTV में उनकी यह योजना संभव है क्योंकि वहां कंटेंट की गुणवत्ता को प्राथमिकता दी जाती है।
उनकी वापसी इस बात का प्रमाण है कि सच्ची पत्रकारिता कहीं भी हो सकती है — यूट्यूब पर भी, स्टूडियो में भी और NDTV जैसे मंच पर भी।
12. NDTV के लिए Shubhankar कितने उपयोगी साबित होंगे?
Shubhankar Mishra NDTV के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बन सकते हैं — खासकर डिजिटल युग में जब खबरों की खपत का तरीका तेजी से बदल रहा है। NDTV की गंभीर, तथ्य आधारित और गहरी पत्रकारिता को Shubhankar की यंग एनर्जी, डिजिटल स्किल्स और ग्राउंड लेवल कनेक्शन एक नई दिशा दे सकते हैं।
उनके पास न केवल रिपोर्टिंग का अनुभव है, बल्कि उन्हें पता है कि सोशल मीडिया पर खबरों को किस तरह पेश करना है ताकि युवा जुड़ सकें। यह NDTV के लिए बेहद उपयोगी हो सकता है क्योंकि चैनल भी अब डिजिटल व्यूअरशिप बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है।
Shubhankar की ऑडियंस वफादार है, और उनकी राय का असर होता है। यदि वह NDTV पर नियमित दिखाई देंगे, तो नए दर्शक NDTV से जुड़ सकते हैं — खासकर वो युवा वर्ग जो पारंपरिक न्यूज़ चैनल्स से दूर होता जा रहा है।
इसलिए NDTV के लिए वह केवल एक Consulting Editor नहीं, बल्कि एक ब्रांड वैल्यू एडिशन भी साबित हो सकते हैं, जो दर्शकों, कंटेंट और डिजिटल रणनीति – तीनों मोर्चों पर नई जान फूंक सकते हैं।
13. युवा पत्रकारों के लिए प्रेरणा बनते Shubhankar Mishra
Shubhankar Mishra आज के उन गिने-चुने पत्रकारों में से हैं जिन्होंने खुद को बिना किसी बड़े संस्थान की छत्रछाया के स्थापित किया। उन्होंने दिखाया कि अगर आपके पास जुनून, सच्चाई और लोगों की समझ है, तो आप बिना किसी बड़े ब्रांड के भी लाखों लोगों का विश्वास जीत सकते हैं।
उन्होंने पत्रकारिता को यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे मंचों पर पहुंचाया और साबित किया कि आज का युवा पत्रकार केवल कैमरा और स्क्रिप्ट का मोहताज नहीं। वह खुद कहानी बना सकता है, रिपोर्ट कर सकता है और उसे दुनिया तक पहुँचा सकता है।
NDTV से जुड़कर उन्होंने यह संदेश भी दिया है कि मेहनत और जनसरोकार वाली पत्रकारिता को आखिरकार पहचान मिलती है। उनकी यह यात्रा उन युवा पत्रकारों के लिए एक उदाहरण है जो मीडिया हाउसों के चक्कर में अपने सपनों को कुर्बान कर देते हैं।
Shubhankar Mishra जैसे पत्रकार यह दिखाते हैं कि आप मीडिया के “बाहर” से होकर भी “मीडिया के भीतर” बदलाव ला सकते हैं।
14. NDTV में Shubhankar की नियुक्ति पर मीडिया जगत की प्रतिक्रिया
Shubhankar Mishra की NDTV में Consulting Editor के रूप में नियुक्ति ने मीडिया इंडस्ट्री में खासी चर्चा छेड़ दी है। वरिष्ठ पत्रकारों, मीडिया विश्लेषकों और यूट्यूब कम्युनिटी — सभी ने इस निर्णय पर प्रतिक्रिया दी है।
कुछ मीडिया विशेषज्ञों का मानना है कि NDTV का यह फैसला एक सकारात्मक संकेत है जो डिजिटल पत्रकारिता को भी मुख्यधारा में स्वीकार करता है। वहीं, कई वरिष्ठ पत्रकारों ने इसे नई पीढ़ी के पत्रकारों के लिए ‘सुनहरा उदाहरण’ बताया।
सोशल मीडिया पर पत्रकारों ने Shubhankar को शुभकामनाएं दीं और NDTV की डिजिटल विस्तार की रणनीति की सराहना की। वहीं कुछ आलोचकों ने यह भी कहा कि यह देखने योग्य होगा कि वह कितनी स्वतंत्रता के साथ NDTV में काम कर पाते हैं।
कुल मिलाकर मीडिया जगत ने इस कदम को एक “बदलाव का संकेत” माना है — जहां अब पत्रकारिता की परिभाषाएं फिर से लिखी जा रही हैं।
15. क्या NDTV में Shubhankar Mishra लाएंगे नई ऊर्जा और दर्शक वर्ग?
इस बात में कोई संदेह नहीं कि Shubhankar Mishra NDTV में नई ऊर्जा और संभावित नए दर्शक वर्ग को ला सकते हैं। उनकी यंग अपील, डिजिटल स्किल्स और लोकल मुद्दों पर गहरी पकड़ उन्हें एक ऐसे पत्रकार के रूप में स्थापित करती है जो परंपरा और परिवर्तन का मेल हैं।
NDTV को एक ऐसा चेहरा मिल रहा है जो न सिर्फ अनुभवी है, बल्कि सोशल मीडिया के ट्रेंड्स को भी बखूबी समझता है। उनके जुड़ने से NDTV युवाओं में फिर से लोकप्रिय हो सकता है, विशेषकर उन वर्गों में जो अब तक न्यूज़ चैनलों से कट चुके थे।
ये भी पढ़े- गाज़ा और लेबनान में बढ़ता संघर्ष
उनकी मौजूदगी NDTV के सोशल मीडिया, यूट्यूब और डिजिटल सेगमेंट को नया आयाम दे सकती है। श्रोताओं का रुझान भी बदलेगा, और NDTV के कंटेंट को नया दर्शक वर्ग मिलेगा — वह भी भरोसे के साथ।
यह NDTV के लिए एक रणनीतिक निवेश है, और Shubhankar के लिए एक बड़ा मंच। दोनों मिलकर यदि सही दिशा में काम करें, तो पत्रकारिता में नई क्रांति संभव है।