साई सुदर्शन ने बनाया अनचाहा रिकॉर्ड, भारतीय क्रिकेट इतिहास में शर्मनाक उपलब्धि हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी बने

साई सुदर्शन का टेस्ट डेब्यू बेहद निराशाजनक रहा, जिसमें उन्होंने कई अनचाहे रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। 23 वर्षीय साई नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करने उतरे, लेकिन खाता भी नहीं खोल पाए और शून्य पर आउट हो गए। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने सिर्फ चार गेंदों का सामना किया और फिर बेन स्टोक्स की एक गेंद को पैर से रोकने की कोशिश में आउट हो गए।
साई सुदर्शन का टेस्ट डेब्यू बना एक बुरा सपना, पहले ही सेशन में हुए आउट
साई सुदर्शन का टेस्ट डेब्यू शुक्रवार, 20 जून को इंग्लैंड के खिलाफ टेंडुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के पहले मैच के पहले सेशन में ही एक बुरे सपने में बदल गया। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने उन्हें केवल चार गेंदों में शून्य पर आउट कर दिया, जिससे उनका डेब्यू बेहद निराशाजनक साबित हुआ।
इससे कुछ घंटे पहले ही सुदर्शन को टीम इंडिया की टेस्ट कैप मिली थी, और वे भारत के 317वें टेस्ट क्रिकेटर बने। उन्हें यह सम्मान अनुभवी बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा ने दिया। यह भी दिलचस्प रहा कि सुदर्शन नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करने उतरे — वही पोजिशन जिस पर पुजारा ने अपने शानदार करियर के दौरान 103 टेस्ट मैचों तक भारत के लिए बल्लेबाज़ी की थी।
केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने भारत को शानदार शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी की। इसके बाद, सत्र समाप्ति से ठीक पहले साई सुदर्शन बल्लेबाज़ी के लिए मैदान में उतरे। लेकिन उनका टेस्ट करियर की शुरुआत उम्मीदों के विपरीत रही। बाएं हाथ के इस युवा बल्लेबाज़ ने बेन स्टोक्स की एक गेंद को लेग साइड पर खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर जेमी स्मिथ के पास गई, जिन्होंने डाइव लगाकर शानदार कैच पकड़ा।
यह गेंद लंच ब्रेक से ठीक पहले की अंतिम गेंद थी, और इसी के साथ सुदर्शन का डेब्यू पारी भी बिना खाता खोले समाप्त हो गई। मैच का यह पल भारतीय फैंस के लिए जितना चौंकाने वाला था, उतना ही सुदर्शन के लिए भी भावनात्मक रूप से कठिन रहा।
साई सुदर्शन का अनचाहा रिकॉर्ड
साई सुदर्शन का डक (शून्य पर आउट होना) उनके लिए एक अनचाहा रिकॉर्ड बन गया। वे भारत के पहले ऐसे क्रिकेटर बन गए हैं जिन्होंने टेस्ट डेब्यू में नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करते हुए खाता तक नहीं खोला। तमिलनाडु के इस युवा बल्लेबाज़ ने एक ऐसा कीर्तिमान बनाया जिसे कोई भी खिलाड़ी अपने नाम नहीं करना चाहेगा ।
सुदर्शन से पहले भारत के महान बल्लेबाज़ सौरव गांगुली ने भी 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में अपने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी की थी। उन्होंने उस मैच में शानदार शतक जड़ा था और टेस्ट इतिहास में खुद को स्थापित किया था। वहीं, केएल राहुल ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एमसीजी टेस्ट में अपने डेब्यू में नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी की थी, लेकिन वो भारत की दूसरी पारी में था, पहली में नहीं।
साई सुदर्शन पहले ऐसे भारतीय बन गए हैं जिन्होंने अपने करियर की पहली पारी में नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी की और शून्य पर आउट हो गए। इससे पहले न तो किसी भारतीय खिलाड़ी ने पहली पारी में और न ही दूसरी पारी में डेब्यू करते हुए नंबर तीन पर आकर शून्य पर आउट होने का रिकॉर्ड बनाया था।
यह रिकॉर्ड क्रिकेट की दुनिया में तो दर्ज हो गया है, लेकिन यह निश्चित ही सुदर्शन के लिए निराशाजनक अनुभव रहा होगा। उम्मीद की जा सकती है कि यह शुरुआत भले ही खराब रही हो, लेकिन आने वाले समय में सुदर्शन इस झटके से उबरकर अपने बल्ले से जवाब देंगे और भारतीय टेस्ट टीम में खुद को साबित करेंगे।
साई सुदर्शन का डेब्यू: शर्मनाक रिकॉर्ड्स की लंबी सूची में अकेले
साई सुदर्शन का टेस्ट डेब्यू केवल खराब नहीं रहा, बल्कि उन्होंने एक साथ कई अनचाहे रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिए। सुदर्शन पहले ऐसे भारतीय बल्लेबाज़ बन गए हैं, जो टेस्ट क्रिकेट में अपने करियर की पहली पारी में नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करते हुए शून्य (डक) पर आउट हुए हैं।
उनसे पहले केएल राहुल के नाम यह “निचला स्कोर” दर्ज था, जिन्होंने अपने टेस्ट डेब्यू में नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करते हुए 1 रन बनाए थे। लेकिन तब वह दूसरी पारी थी। भारत की ओर से नंबर तीन पर खेलते हुए अपने करियर की पहली पारी में नवजोत सिंह सिद्धू ने भी 1983 में अहमदाबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ केवल 15 रन बनाए थे, जो अब तक का न्यूनतम स्कोर था — सुदर्शन ने अब उससे भी नीचे का रिकॉर्ड बना लिया है।
इतिहास के पन्नों में देखें तो सौरव गांगुली और सुरिंदर अमरनाथ जैसे बल्लेबाज़ों ने अपने डेब्यू टेस्ट में भारत की पहली पारी में ही शतक लगाया था। वहीं, लाला अमरनाथ और अब्बास अली बैग ने डेब्यू टेस्ट में शतक जरूर लगाया, लेकिन वह टीम की दूसरी पारी में आया था।
साई सुदर्शन: बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों में अकेले
साई सुदर्शन अब भारत के पहले बाएं हाथ के टॉप-6 विशेषज्ञ बल्लेबाज़ बन गए हैं, जो अपने टेस्ट डेब्यू की पहली पारी में डक पर आउट हुए। अगर पूरी टेस्ट क्रिकेट की बात करें, तो वह इस तरह आउट होने वाले केवल दूसरे भारतीय बाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं — पहले थे अब्दुल हफीज़ कादर (Abdul Kardar), जो 1946 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में भारत के लिए खेले थे। हालांकि कादर पहली पारी में 43 रन बनाकर दूसरी पारी में डक पर आउट हुए थे, जबकि सुदर्शन पहली ही पारी में डक का शिकार बने।
आज़ादी के बाद सबसे शर्मनाक रिकॉर्ड
भारत की आज़ादी के बाद यह पहला मौका है जब किसी भी बाएं हाथ के टॉप-6 बल्लेबाज़ ने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में शून्य बनाया हो। इतना ही नहीं, अगर सभी बैटिंग पोजिशन की बात करें, तो सुदर्शन 2002 के बाद पहले भारतीय बाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं जो अपने टेस्ट डेब्यू की पहली पारी में खाता नहीं खोल पाए। उनसे पहले यह रिकॉर्ड पार्थिव पटेल के नाम था, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम में ऐसा किया था।
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निष्कर्ष:
साई सुदर्शन के टेस्ट करियर की शुरुआत बेहद खराब रही, और वह भारतीय टेस्ट इतिहास में कई गलत कारणों से चर्चा का विषय बन गए हैं। हालांकि, यह महज एक शुरुआत है — कई दिग्गज खिलाड़ियों ने बुरे डेब्यू के बाद इतिहास रचा है। देखना होगा कि सुदर्शन इस मानसिक दबाव से उबरकर टीम इंडिया में खुद को कैसे स्थापित करते हैं।