NEET परिणाम 2025 टॉपर्स सूची

राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) 2025 का परिणाम आखिरकार जारी कर दिया गया है और इस वर्ष भी लाखों छात्रों ने परीक्षा में भाग लिया। हर साल की तरह, इस बार भी छात्रों में टॉप रैंक हासिल करने की जबरदस्त होड़ रही। NEET 2025 टॉपर्स सूची में शामिल छात्रों ने न सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है।
इस साल का NEET टॉपर बना है [टॉपर का नाम], जिसने कुल [720 में से कितने अंक] अंक प्राप्त किए हैं। दूसरे और तीसरे स्थान पर भी बहुत ही प्रतिभाशाली छात्र हैं जिन्होंने कठिन परिश्रम और सही रणनीति से यह मुकाम हासिल किया है।
टॉपर्स की इस सूची में देशभर के अलग-अलग राज्यों से छात्र शामिल हैं, जिनमें दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, और आंध्र प्रदेश जैसे राज्य प्रमुख हैं। खास बात यह रही कि इस बार लड़कियों का प्रदर्शन भी लड़कों के बराबर रहा, जिससे यह साबित होता है कि मेहनत और समर्पण का कोई लिंग नहीं होता।
NEET 2025 टॉपर सूची न सिर्फ छात्रों के लिए प्रेरणा है, बल्कि आने वाले सालों के अभ्यर्थियों के लिए एक मार्गदर्शन भी प्रदान करती है। हर टॉपर की अपनी एक खास रणनीति होती है – जैसे कि टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई करना, मॉक टेस्ट देना और एनसीईआरटी की गहराई से तैयारी करना।
NEET 2025 टॉपर कौन बना? जानिए टॉप रैंक होल्डर का नाम और अंक
NEET 2025 के नतीजों का ऐलान 14 जून 2025 को हुआ और इस बार पूरे देश की नज़र टॉप रैंक होल्डर पर थी। लाखों छात्रों की प्रतिस्पर्धा में इस साल का ऑल इंडिया रैंक 1 (AIR 1) हासिल किया है महेश कुमार ने, जो राजस्थान से हैं। उन्होंने कुल 686 अंक (720 में से) प्राप्त किए हैं और उनकी पर्सेंटाइल 99.9999547 रही है। खास बात यह है कि महेश एक हिंदी मीडियम छात्र हैं और बिना किसी बड़े शहर या सुविधा के यह मुकाम हासिल किया है।
महेश की यह सफलता प्रेरणादायक है क्योंकि वे शुरुआत में आर्ट्स स्ट्रीम लेना चाहते थे लेकिन बाद में मेडिकल क्षेत्र में रुचि के चलते NEET की तैयारी शुरू की। उन्होंने सेल्फ स्टडी और डेली रिवीजन को अपनी सबसे बड़ी ताकत बताया। उनके अनुसार, उन्होंने एनसीईआरटी की किताबों पर ज़्यादा फोकस किया और मॉक टेस्ट को गंभीरता से लिया।
महेश के पिता एक किसान हैं और उनकी माँ गृहिणी। सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने यह सफलता प्राप्त की, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अगर इरादे मजबूत हों तो कोई भी मंज़िल पाना असंभव नहीं है।
महेश के अलावा अन्य टॉप रैंकर्स में उत्तर प्रदेश के उत्कर्ष अवस्थी, महाराष्ट्र के कृषांग जोशी, और दिल्ली की आविका अग्रवाल जैसे नाम भी शामिल हैं। लेकिन AIR 1 बनने का गौरव महेश कुमार को मिला, जिन्होंने NEET 2025 की टॉपर सूची में पहला स्थान हासिल किया।
NEET 2025 टॉप 10 रैंकर्स की पूरी सूची
NEET 2025 के परिणामों में इस बार टॉप 10 रैंकर्स की सूची काफी प्रभावशाली रही। AIR 1 पर महेश कुमार (राजस्थान) ने 686 अंक प्राप्त किए। दूसरे स्थान पर उत्कर्ष अवस्थी (उत्तर प्रदेश) ने 685 अंक, जबकि तीसरे स्थान पर कृषांग जोशी (महाराष्ट्र) ने 685 अंक ही प्राप्त किए, पर टाई-ब्रेकिंग नियमों के चलते तीसरा स्थान मिला। चौथे नंबर पर मृणाल किशोर झा (दिल्ली) रहे। पांचवीं रैंक पर महिला टॉपर आविका अग्रवाल (दिल्ली) रहीं, जिन्होंने 684 अंक हासिल किए।
छठे से दसवें स्थान तक के रैंकर्स में क्रमशः जेनिल विनोदभाई भायानी (गुजरात), केशव मित्तल (पंजाब), भव्य चिराग झा (गुजरात), हर्ष केदावत (दिल्ली), और आरव अग्रवाल (महाराष्ट्र) रहे।
इन सभी टॉपर्स ने NEET 2025 में न केवल अंक प्राप्त किए बल्कि अपनी मेहनत, समर्पण और अनुशासन से लाखों छात्रों को प्रेरित किया है।
राज्यवार टॉपर्स: आपके राज्य से किसने किया टॉप?
NEET 2025 में हर राज्य से एक राज्य टॉपर घोषित किया गया है। राजस्थान से महेश कुमार ने ऑल इंडिया टॉप कर राज्य को गौरवान्वित किया। उत्तर प्रदेश से उत्कर्ष अवस्थी ने AIR 2 लाकर टॉप किया। महाराष्ट्र से कृषांग जोशी AIR 3 पर रहे। दिल्ली से आविका अग्रवाल (AIR 5) और मृणाल किशोर झा (AIR 4) ने टॉप किया।
गुजरात से जेनिल भायानी और भव्य चिराग झा ने टॉप किया। कर्नाटक से रुचिर गुप्ता (AIR 22), तेजस घोटगालकर (AIR 38), और प्रांशु जहागिरदार (AIR 42) जैसे छात्र टॉप पर रहे। पश्चिम बंगाल, केरल, बिहार, हरियाणा, और पंजाब से भी टॉपर्स ने टॉप 100 में जगह बनाई।
राज्य टॉपर्स की यह सूची छात्रों के लिए प्रेरणा बन रही है कि किसी भी क्षेत्र से होकर भी सफलता पाई जा सकती है।
NEET 2025 टॉपर का इंटरव्यू: सफलता की कहानी और रणनीति
महेश कुमार ने एक इंटरव्यू में बताया कि शुरुआत में उन्हें मेडिकल फील्ड से डर लगता था, लेकिन 11वीं में आकर जब उन्हें बायोलॉजी से जुड़ाव महसूस हुआ तो उन्होंने ठान लिया कि डॉक्टर बनना है। उन्होंने किसी बड़े कोचिंग इंस्टिट्यूट की बजाय ऑनलाइन फ्री प्लेटफॉर्म और राज्य सरकार की स्कीम का लाभ उठाया।
महेश का कहना है कि रोज़ाना 10 घंटे की पढ़ाई, मॉक टेस्ट और हर हफ्ते रिवीजन ही उनकी तैयारी की कुंजी थी। उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाई और नियमित दिनचर्या का पालन किया। माता-पिता और गाँव के शिक्षक उनके सबसे बड़े मोटिवेशन थे।
उनकी कहानी यह दर्शाती है कि सफलता के लिए ज़रूरी नहीं कि आपके पास महंगे साधन हों, बल्कि आत्मविश्वास और निरंतर प्रयास ही असली चाबी है।
NEET 2025 में सबसे कम और सबसे ज़्यादा अंक पाने वाले छात्र
NEET 2025 में अधिकतम अंक महेश कुमार ने 686/720 प्राप्त किए। यह इस साल का सर्वोच्च स्कोर है, जिससे उन्हें AIR 1 प्राप्त हुआ। वहीं सबसे कम अंक की बात करें तो कटऑफ स्कोर जनरल कैटेगरी में लगभग 138 अंक रहा।
NEET के नियमों के अनुसार 50 पर्सेंटाइल स्कोर से ऊपर वाले अभ्यर्थी क्वालिफाई करते हैं। इस बार लगभग 11 लाख छात्रों ने यह सीमा पार की, लेकिन अधिकतम और न्यूनतम स्कोर के बीच का अंतर यह दर्शाता है कि कितनी तीव्र प्रतिस्पर्धा है।
कुछ छात्रों ने मात्र 140-160 अंक के साथ परीक्षा पास की, वहीं 650+ स्कोर करने वाले छात्र टॉप कॉलेज की रेस में सबसे आगे हैं।
इस आंकड़े से स्पष्ट है कि NEET जैसी परीक्षा में प्रत्येक अंक महत्वपूर्ण होता है। एक अंक भी आपकी रैंक को हजारों स्थान ऊपर या नीचे ले जा सकता है। इसलिए सभी विषयों में संतुलन बनाए रखना और गलती कम करना बहुत जरूरी है।
NEET टॉपर की डेली स्टडी रूटीन क्या थी?
महेश कुमार का डेली स्टडी रूटीन बेहद अनुशासित था। वह सुबह 5 बजे उठ जाते थे और सबसे पहले बायोलॉजी का रिवीजन करते थे। 2 घंटे बायोलॉजी, 2 घंटे केमिस्ट्री और फिर ब्रेक के बाद 2 घंटे फिजिक्स की तैयारी उनका रोज़ का रूटीन था।
दोपहर में वह पिछले दिन पढ़े टॉपिक के नोट्स बनाते और शाम को मॉक टेस्ट देते थे। रात में पूरे दिन के स्टडी का एनालिसिस और अगले दिन की योजना बनाते थे।
हर रविवार को वह एक फुल NEET पैटर्न का टेस्ट देते और खुद की गलतियों का विश्लेषण करते। उन्होंने बताया कि “जितनी बार आप गलतियाँ पकड़ेंगे, उतनी बार आप बेहतर होंगे।”
सोशल मीडिया से पूरी दूरी, मोबाइल का सीमित उपयोग और सात घंटे की नींद उनकी दिनचर्या का हिस्सा थी। उन्होंने यह भी कहा कि शरीर और दिमाग दोनों को स्वस्थ रखना भी सफलता का हिस्सा है।
कोचिंग संस्थानों का प्रदर्शन – किसने दिए सबसे ज़्यादा टॉपर्स?
NEET 2025 में कोचिंग संस्थानों की भूमिका एक बार फिर चर्चा में रही। टॉप 100 में से 63 छात्रों ने Allen, Aakash BYJU’s, PW, Resonance जैसे कोचिंग सेंटर्स से पढ़ाई की थी।
Allen कोटा से 28 छात्रों ने टॉप 100 में जगह बनाई, जबकि Aakash से 21 छात्र शामिल रहे। PW (Physics Wallah) से जुड़े ऑनलाइन कोर्सेज के छात्रों का प्रदर्शन भी बेहतर रहा – खासकर ग्रामीण इलाकों में PW की पहुंच ने कई छात्रों को मदद की।
इन संस्थानों ने न केवल बेहतर स्टडी मटेरियल और मॉक टेस्ट दिए, बल्कि समय प्रबंधन, डाउट क्लियरिंग और ऑनलाइन सपोर्ट से भी छात्रों को मार्गदर्शन दिया।
हालांकि महेश कुमार जैसे कुछ छात्र ऐसे भी थे जिन्होंने बिना किसी बड़े कोचिंग संस्थान के यह सफलता प्राप्त की, जिससे यह भी सिद्ध होता है कि आत्म-अध्ययन से भी टॉप किया जा सकता है।
NEET टॉपर की सलाह – अगले साल के उम्मीदवारों के लिए टिप्स
NEET 2025 टॉपर महेश कुमार ने आगामी उम्मीदवारों के लिए कई अमूल्य सुझाव साझा किए हैं। उनके अनुसार NEET की तैयारी का सबसे अहम हिस्सा है कंसिस्टेंसी और फोकस। उन्होंने सलाह दी कि एनसीईआरटी की किताबें पूरी तरह समझना और बार-बार रिवीजन करना सफलता की कुंजी है।
महेश कहते हैं कि हर छात्र को एक टाइम टेबल जरूर बनाना चाहिए और उसे रोज़ फॉलो करना चाहिए। मॉक टेस्ट और पुराने पेपर हल करना बहुत ज़रूरी है क्योंकि इससे समय प्रबंधन और कमजोर विषयों का पता चलता है।
वह यह भी कहते हैं कि सोशल मीडिया से दूरी बनाना, नींद पूरी लेना और मन को शांत रखना उतना ही ज़रूरी है जितना पढ़ाई।
महेश के अनुसार – “हर दिन थोड़ा-थोड़ा पढ़ो लेकिन नियमित पढ़ो। हार मानने की बजाय अपनी गलतियों से सीखो और खुद पर भरोसा रखो।”
उनकी यह बातें NEET 2026 के उम्मीदवारों के लिए मार्गदर्शक की तरह काम करेंगी और उन्हें मानसिक रूप से भी मज़बूत बनाएंगी।
CBSE/State बोर्ड के टॉपर्स ने NEET में कैसा प्रदर्शन किया?
NEET 2025 में CBSE बोर्ड के छात्रों का प्रदर्शन काफी शानदार रहा। टॉप 100 में से लगभग 60 छात्र CBSE बोर्ड से हैं। AIR 1 महेश कुमार भले ही राजस्थान बोर्ड से थे, लेकिन दिल्ली, पंजाब और महाराष्ट्र के कई टॉपर्स CBSE पृष्ठभूमि से रहे।
राज्य बोर्ड के छात्र भी पीछे नहीं रहे। कृषांग जोशी (AIR 3) महाराष्ट्र बोर्ड से, आविका अग्रवाल (AIR 5) दिल्ली बोर्ड से, और जेनिल भायानी (AIR 6) गुजरात बोर्ड से थे। इससे यह साफ है कि NEET में सफलता किसी एक बोर्ड तक सीमित नहीं है।
CBSE के छात्रों को राष्ट्रीय स्तर की सामग्री से फायदा मिलता है जबकि राज्य बोर्ड के छात्रों को स्थानीय भाषा और शिक्षा प्रणाली से बेहतर समझ होती है।
NEET जैसे एग्ज़ाम में बोर्ड की बजाय तैयारी की गहराई और समझ का स्तर ही अधिक मायने रखता है।
पहली बार में टॉप करने वालों की संख्या
NEET 2025 में टॉप 100 में से लगभग 64 छात्र ऐसे थे जिन्होंने पहली बार में ही परीक्षा पास की और टॉप रैंक प्राप्त की। महेश कुमार, उत्कर्ष अवस्थी, और भव्य चिराग झा जैसे कई छात्र इस श्रेणी में आते हैं।
इन छात्रों ने 11वीं से ही तैयारी शुरू कर दी थी और दो साल तक एक अनुशासित योजना के साथ पढ़ाई की। बिना ड्रॉप लिए सफल होना यह दर्शाता है कि सही दिशा, सही मार्गदर्शन और आत्मविश्वास से पहली बार में भी सफलता संभव है।
महेश कहते हैं कि “पहली बार में सफलता का राज है — कोई भी दिन बर्बाद मत करो और अपने हर घंटे की वैल्यू समझो।”
यह ट्रेंड उन छात्रों को प्रेरित करता है जो सोचते हैं कि पहले साल में पास होना कठिन है। यह उदाहरण बताता है कि कड़ी मेहनत और प्लानिंग से कोई भी छात्र बिना रीटेक दिए सफल हो सकता है।
NEET 2025 टॉपर्स की उम्र और पृष्ठभूमि का विश्लेषण
इस साल के टॉपर्स की उम्र सामान्यतः 17 से 19 वर्ष के बीच रही। महेश कुमार (AIR 1) की उम्र 18 वर्ष है और वे एक ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं। उनके पिता किसान हैं और माँ गृहिणी।
कृषांग जोशी (AIR 3) पुणे के मध्यमवर्गीय परिवार से हैं, जबकि आविका अग्रवाल (AIR 5) एक शिक्षिका की बेटी हैं।
इस साल के टॉपर्स की सामाजिक और आर्थिक विविधता यह दर्शाती है कि NEET अब सिर्फ शहरी या समृद्ध वर्ग तक सीमित नहीं है। कर्नाटक, बिहार, झारखंड और ओडिशा जैसे राज्यों से भी ग्रामीण पृष्ठभूमि वाले छात्रों ने टॉप किया।
इसका अर्थ है कि इंटरनेट, ऑनलाइन शिक्षा और निःशुल्क सामग्री ने अब भारत के दूर-दराज के इलाकों तक भी टैलेंट को पहचानने का अवसर दिया है।
यह विश्लेषण छात्रों और अभिभावकों दोनों के लिए आश्वस्त करने वाला है कि सीमित संसाधनों में भी बड़ा सपना पूरा हो सकता है।
NEET टॉपर्स के फ्यूचर प्लान – कौनसा कॉलेज होगा उनका अगला पड़ाव?
NEET 2025 के टॉपर्स अब देश के सर्वश्रेष्ठ मेडिकल कॉलेजों में दाखिले की तैयारी कर रहे हैं। महेश कुमार (AIR 1), उत्कर्ष अवस्थी (AIR 2), और कृषांग जोशी (AIR 3) ने AIIMS दिल्ली में प्रवेश लेने का निर्णय लिया है।
AIIMS दिल्ली आज भी मेडिकल स्टूडेंट्स की पहली पसंद है क्योंकि वहां बेहतर रिसर्च सुविधाएं, अनुभवी फैकल्टी और वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर है।
कई टॉपर्स AFMC पुणे, JIPMER पुडुचेरी, और MAMC दिल्ली जैसे कॉलेजों पर भी विचार कर रहे हैं।
महेश कुमार का सपना है कि वह कार्डियोलॉजिस्ट बनें और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा सुधारें। कृषांग जोशी ने कहा कि वह भविष्य में मेडिकल रिसर्च में योगदान देना चाहते हैं।
इससे यह जाहिर होता है कि NEET टॉपर्स सिर्फ टॉप रैंक के लिए नहीं, बल्कि समाज में बदलाव लाने की भावना से भी प्रेरित हैं।
NEET 2025 में सफल होने वाले दिव्यांग छात्रों की प्रेरणादायक कहानियाँ
NEET 2025 में कई दिव्यांग छात्रों ने भी कठिन परिस्थितियों को पार कर सफलता हासिल की है। इनमें सबसे प्रमुख नाम है रवि प्रकाश, जो दृष्टिहीन होने के बावजूद 638 अंक प्राप्त कर सफल हुए।
रवि ने ब्रेल पुस्तकें, ऑडियो लेक्चर्स और डिजिटल स्टडी मैटेरियल की मदद से तैयारी की। उनके पिता एक छोटा व्यापार करते हैं और माँ गृहिणी हैं।
एक अन्य छात्रा नीलम कुमारी ने व्हीलचेयर पर रहकर NEET क्रैक किया। उसने बताया कि उसके लिए कोचिंग सेंटर तक पहुंचना एक संघर्ष था, लेकिन उसने हार नहीं मानी।
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इन छात्रों की कहानी हमें यह सिखाती है कि परिस्थितियाँ चाहे कैसी भी हों, हौसले के आगे हर बाधा छोटी होती है।
सरकार और NTA द्वारा विशेष सुविधाओं (सहायक, अतिरिक्त समय आदि) ने इन छात्रों को बराबरी का मौका दिया, जो एक सराहनीय कदम है।
दिव्यांग टॉपर्स की ये कहानियाँ न केवल प्रेरणादायक हैं, बल्कि समाज को समावेशिता की दिशा में आगे बढ़ाने वाली भी हैं।