इज़राइल बनाम ईरान युद्ध 2025: पश्चिम एशिया में जंग की आग, दुनिया की चिंता बढ़ी

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Israel Iran War news

क्या शुरू हो गई तीसरे विश्व युद्ध की आहट?

14 जून 2025 को दुनिया ने एक और ऐतिहासिक मोड़ देखा, जब इज़राइल और ईरान के बीच वर्षों से चल रहे तनाव ने खुला युद्ध का रूप ले लिया। बीते कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच छिटपुट हमले, गुप्तचर अभियानों और कूटनीतिक तकरारें चलती रहीं, लेकिन अब दोनों परमाणु-संभावित देशों के बीच खुली लड़ाई की शुरुआत हो चुकी है।


🧨 हमले की शुरुआत: इज़राइल का “ऑपरेशन राइजिंग लायन”

13 जून 2025 की रात, इज़राइल ने “ऑपरेशन राइजिंग लायन” के तहत एक बड़ा सैन्य हमला किया। 200 से ज्यादा लड़ाकू विमानों और मिसाइलों ने ईरान के प्रमुख सैन्य और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया।

🎯 मुख्य निशाने:

  • नेतांज और फोर्दो के यूरेनियम संवर्धन केंद्र
  • इस्फ़हान स्थित मिसाइल निर्माण संयंत्र
  • तेहरान में क्रांतिकारी गार्ड्स (IRGC) के मुख्यालय
  • परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन तेहरांची का आवास

इस हमले में दर्जनों ईरानी सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक मारे गए। हालांकि ईरान ने दावा किया कि उनकी वायु रक्षा प्रणाली ने कुछ हमलों को विफल किया।


☠️ ईरान का पलटवार: ऑपरेशन “ट्रू प्रॉमिस III”

इज़राइल के हमले के लगभग 18 घंटे बाद ईरान ने अपने “ट्रू प्रॉमिस III” अभियान के तहत जोरदार जवाब दिया।

🛩️ ईरानी हमलों के प्रमुख बिंदु:

  • 200 से अधिक मिसाइलें और 150+ ड्रोन तैनात
  • तेल अवीव, हाइफा, अशदोद और यरुशलम पर हमला
  • इज़राइली एयर डिफेंस प्रणाली ‘आयरन डोम’ ने कुछ मिसाइलें रोकी, परंतु कई लक्ष्य तक पहुंची
  • कई नागरिक घायल, और एक मिसाइल IDF बेस पर गिरकर विनाशकारी साबित हुई

ईरान ने यह भी चेतावनी दी कि यदि अमेरिका, फ्रांस या ब्रिटेन ने हस्तक्षेप किया तो वे उनके सैन्य ठिकानों को भी निशाना बना सकते हैं।


🌐 अमेरिका और पश्चिम की भूमिका

अमेरिका ने शुरुआत में संयम दिखाया, लेकिन जैसे ही ईरानी मिसाइलों ने इज़राइल में तबाही मचाई, अमेरिका ने अपने सहयोगी की रक्षा के लिए पेट्रियट मिसाइल सिस्टम और थाड (THAAD) मिसाइलें तैनात कर दीं।

🇺🇸 अमेरिकी बयान:

“हम इज़राइल की संप्रभुता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। यदि ईरान अपनी आक्रामकता जारी रखता है तो उसके खिलाफ और कड़े कदम उठाए जाएंगे।”

वहीं ब्रिटेन और फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र में तत्काल बैठक की मांग की और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की।


🛑 यूएन और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आपातकालीन बैठक बुलाई। महासचिव ने गहरी चिंता जताते हुए युद्धविराम की अपील की।

🌏 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं:

  • चीन: “दोनों पक्ष बातचीत करें, युद्ध का लाभ किसी को नहीं।”
  • रूस: “यह पश्चिमी देशों की विफलता है, जिन्होंने समय रहते कूटनीतिक हल नहीं निकाला।”
  • भारत: “हम युद्ध नहीं, शांति के पक्ष में हैं। भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई है।”

🛢️ तेल और वैश्विक बाजार पर प्रभाव

इस युद्ध का सबसे बड़ा असर कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ा है। स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़ में जहाजों की आवाजाही ठप हो गई, जिससे तेल की कीमतें 125 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गईं।

📉 अन्य प्रभाव:

  • वैश्विक शेयर बाजार में भारी गिरावट
  • सोने की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
  • डॉलर और बिटकॉइन में अस्थिरता

📡 मीडिया और सोशल मीडिया में घमासान

इस युद्ध के बीच सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार और फेक न्यूज़ की बाढ़ आ गई है। ट्विटर (X), इंस्टाग्राम, और टेलीग्राम पर युद्ध से संबंधित झूठी खबरें फैल रही हैं। कई वीडियो पुराने हैं लेकिन वर्तमान युद्ध से जोड़कर वायरल किए जा रहे हैं।

इज़राइल और ईरान दोनों ने अपने सरकारी मीडिया चैनलों से “वास्तविक स्थिति” की रिपोर्टिंग करने का दावा किया है।


🧠 सैन्य रणनीति और विश्लेषण

इज़राइल की ताकत:

  • बेहतरीन हवाई क्षमता: F-35, F-16 की तैनाती
  • साइबर हमलों में विशेषज्ञता
  • अमेरिकी सहयोग और मिसाइल रक्षा प्रणाली

ईरान की रणनीति:

  • मिसाइल और ड्रोन हमलों से जवाब
  • छद्म युद्ध: हिजबुल्ला, हूती और इराकी मिलिशिया की संभावित भागीदारी
  • समरूप बलों (Asymmetrical Forces) का उपयोग

☢️ परमाणु खतरे की आशंका

दोनों देशों की ओर से किसी भी परमाणु हथियार के प्रयोग की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय आशंकित है कि कहीं यह युद्ध परमाणु संघर्ष में न बदल जाए।

ईरान पहले ही कई बार परमाणु अप्रसार संधि (NPT) से हटने की धमकी दे चुका है।

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🧭 भविष्य की दिशा: युद्ध या समाधान?

संभावित परिदृश्य:

  1. संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से संघर्षविराम
  2. अमेरिका और चीन की संयुक्त कूटनीति से तनाव कम
  3. युद्ध का और विस्तार – हिजबुल्ला व हूती समूह की भागीदारी
  4. परमाणु हमला – बेहद गंभीर और वैश्विक संकट

👥 आम नागरिकों की त्रासदी

तेहरान, तेल अवीव, यरुशलम, हाइफा जैसे शहरों में नागरिक डर के साए में हैं। हजारों लोग बंकरों में शरण लिए हुए हैं, और अस्पतालों में घायलों की भीड़ उमड़ पड़ी है।

📌 मानवीय संकट:

  • 10,000+ लोगों ने अपने घर छोड़े
  • कई एयरपोर्ट बंद
  • अंतरराष्ट्रीय उड़ानें स्थगित
  • रेड क्रॉस और रेड क्रीसेंट सक्रिय

🇮🇳 भारत और भारतीयों की स्थिति

भारत सरकार ने तेहरान और तेल अवीव से भारतीय नागरिकों की निकासी के लिए “ऑपरेशन वतन” शुरू किया है। अब तक 3,200 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “भारत शांति का समर्थक है। हम अपने नागरिकों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।”


🔚 निष्कर्ष: क्या यह तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत है?

ईरान और इज़राइल के बीच युद्ध ने पूरे विश्व को चिंतित कर दिया है। यह टकराव केवल दो देशों के बीच नहीं, बल्कि एक वैश्विक शक्ति संघर्ष का संकेत बन चुका है। यदि यह युद्ध जल्द नहीं रुका, तो इसका प्रभाव पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और सामाजिक ताने-बाने पर पड़ सकता है।

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