स्टीव स्मिथ ने तोड़े डॉन ब्रैडमैन और सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड

क्रिकेट इतिहास में रचा नया अध्याय
क्रिकेट के इतिहास में कई महान बल्लेबाज आए और गए, लेकिन कुछ नाम ऐसे हैं जो सदियों तक याद किए जाते हैं। डॉन ब्रैडमैन, जिन्हें क्रिकेट का भगवान कहा जाता है, और सचिन तेंदुलकर, जिन्हें “क्रिकेट का भगवान” उपनाम भारत में मिला — इन दोनों दिग्गजों के रिकॉर्ड्स को पार करना किसी भी खिलाड़ी के लिए एक सपना होता है। और अब, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने यह करिश्मा कर दिखाया है।
स्मिथ का करियर: एक संक्षिप्त झलक
स्टीव स्मिथ ने अपना अंतरराष्ट्रीय करियर बतौर लेग स्पिनर शुरू किया था, लेकिन आज वह टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने 2010 में अपना डेब्यू किया और देखते ही देखते अपने क्लास और तकनीक से सभी को प्रभावित किया। उनकी बल्लेबाजी शैली भले ही पारंपरिक नहीं हो, लेकिन रन बनाने की भूख ने उन्हें आधुनिक युग के ब्रैडमैन बना दिया।
ब्रैडमैन का रिकॉर्ड तोड़ना: एक ऐतिहासिक पल
ब्रैडमैन की महानता
सर डॉन ब्रैडमैन ने केवल 52 टेस्ट मैच खेले और उनमें 99.94 की औसत से रन बनाए। यह आंकड़ा आज भी अटूट है। हालांकि, स्मिथ ने कुछ खास पहलुओं में ब्रैडमैन को पीछे छोड़ दिया है।
ब्रैडमैन से आगे स्मिथ
- तेज 9000 टेस्ट रन – स्टीव स्मिथ ने 100 टेस्ट मैचों से पहले ही 9000 रन पूरे कर लिए, जबकि ब्रैडमैन इस आंकड़े तक नहीं पहुंच सके।
- 50+ औसत के साथ सबसे अधिक रन – स्मिथ अब उन बल्लेबाजों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने 50 से अधिक औसत बनाए रखते हुए 9500 से अधिक रन बनाए हैं, जो ब्रैडमैन की तुलना में अधिक टेस्ट रन हैं।
रिकॉर्ड का भावनात्मक महत्व
ब्रैडमैन का रिकॉर्ड पार करना केवल आंकड़ों की बात नहीं, बल्कि यह एक मनोवैज्ञानिक उपलब्धि है। जब कोई खिलाड़ी ब्रैडमैन के स्तर पर प्रदर्शन करता है, तो उसका नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा जाता है।
सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड्स पर भी बढ़त
सचिन की विरासत
सचिन तेंदुलकर ने 24 साल के करियर में कई कीर्तिमान स्थापित किए – 100 शतक, 200 टेस्ट मैच, 34,000+ इंटरनेशनल रन। उन्होंने क्रिकेट को एक नई दिशा दी।
स्मिथ ने कौन-कौन से रिकॉर्ड्स तोड़े?
- तेज 31 टेस्ट शतक – स्टीव स्मिथ ने केवल 174 पारियों में 31 टेस्ट शतक पूरे किए, जबकि सचिन को 31 शतक बनाने में 175 पारियां लगी थीं।
- सबसे तेज 8500 रन – स्मिथ ने तेंदुलकर से कम पारियों में 8500 रन बना लिए, जो उनके निरंतर प्रदर्शन को दर्शाता है।
- एक दशक में सर्वाधिक औसत – 2010 से 2020 के बीच स्मिथ का औसत 60+ रहा, जबकि सचिन का औसत अपने पीक पर भी 56 के आसपास रहा।
विस्तृत तुलना: स्मिथ बनाम ब्रैडमैन बनाम तेंदुलकर
आँकड़ा | स्टीव स्मिथ | डॉन ब्रैडमैन | सचिन तेंदुलकर |
---|---|---|---|
टेस्ट मैच | 105+ | 52 | 200 |
टेस्ट रन | 9500+ | 6996 | 15921 |
टेस्ट शतक | 31 | 29 | 51 |
औसत | 59+ | 99.94 | 53.78 |
सबसे तेज 9000 रन | ✔️ | ❌ | ❌ |
30 शतक सबसे तेज | ✔️ | ❌ | ❌ |
क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं
रवि शास्त्री – “स्मिथ का यह कारनामा दिखाता है कि तकनीक से ज्यादा जरूरी मानसिक मजबूती है। वह हर परिस्थिति में रन बना सकते हैं।”
शेन वार्न (पुराना बयान) – “स्मिथ के पास ब्रैडमैन जैसी निरंतरता है। वह आधुनिक युग का मास्टर है।”
सौरव गांगुली – “तेंदुलकर के रिकॉर्ड्स तोड़ना आसान नहीं, लेकिन स्मिथ ने जिस निरंतरता से प्रदर्शन किया है, वह काबिले तारीफ है।”
कैसे संभव हुआ यह कारनामा?
1. अद्वितीय तकनीक
स्मिथ की तकनीक पारंपरिक नहीं है। उनकी बैक-लिफ्ट, स्टांस और फुटवर्क सभी असामान्य हैं, लेकिन कामयाब हैं। उनकी तकनीक गेंदबाजों को भ्रमित कर देती है।
2. मानसिक दृढ़ता
स्मिथ ने कई बार दबाव की परिस्थिति में शतक जड़े हैं, विशेषकर 2019 एशेज में, जब उन्होंने इंग्लैंड में अकेले ऑस्ट्रेलिया की टीम को संभाला।
3. फिटनेस और अनुशासन
स्मिथ की फिटनेस और डेडिकेशन उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाते हैं। नेट्स में उनकी प्रैक्टिस की तीव्रता नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।
भविष्य की संभावनाएं
क्या स्मिथ 100 शतक बना सकते हैं?
यह कहना जल्दबाज़ी होगी, लेकिन अगर स्मिथ इस लय को बनाए रखते हैं और अगले 5 साल तक खेलते हैं, तो वह 50 से अधिक टेस्ट शतक बना सकते हैं।
क्या वह सचिन के 15921 टेस्ट रन का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं?
इसमें भी चुनौती है, लेकिन स्मिथ ने दिखा दिया है कि वह बड़े लक्ष्यों को छू सकते हैं।
भारतीय फैंस की प्रतिक्रिया
जब भी कोई सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड्स को पार करता है, भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की भावनाएं जुड़ जाती हैं। लेकिन अधिकांश फैंस ने स्मिथ की उपलब्धियों की सराहना की है और इसे एक ऐतिहासिक पल बताया।
ये भी पढ़े- ICC WTC फाइनल 2025: ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका – भारत में लाइव स्ट्रीमिंग कब और कहां देखें?
निष्कर्ष
स्टीव स्मिथ ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत, समर्पण और मानसिक दृढ़ता से कुछ भी संभव है। उन्होंने डॉन ब्रैडमैन और सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गजों के रिकॉर्ड्स को तोड़कर क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम अमर कर लिया है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि स्मिथ आगे कौन-कौन से रिकॉर्ड्स को अपने नाम करते हैं। एक बात तय है — स्मिथ अब केवल एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि एक युग बन चुके हैं।