बजाज फाइनेंस के शेयरों में ज़बरदस्त उछाल

बोनस, स्टॉक स्प्लिट और RBI की नीति ने बढ़ाया निवेशकों का भरोसा
बजाज फाइनेंस के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई है। कंपनी ने 4:1 बोनस और 1:2 स्टॉक स्प्लिट की घोषणा की है। आरबीआई की मौद्रिक नीति ने एनबीएफसी सेक्टर को राहत दी है। जानिए विस्तार से पूरा विश्लेषण।
🔍 भूमिका:
2025 के जून महीने की शुरुआत में भारतीय शेयर बाजार में बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) के शेयरों ने नया इतिहास रच दिया। सिर्फ दो दिनों में शेयर ने लगभग 10% की उछाल दिखाई, जो निवेशकों के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध हुआ। इस उछाल की कई वजहें थीं—RBI की ब्याज दरों में कटौती, बजाज फाइनेंस द्वारा घोषित स्टॉक स्प्लिट व बोनस शेयर, और कंपनी की शानदार वित्तीय रिपोर्ट।
📈 1. शेयर प्राइस में रिकॉर्ड ब्रेकिंग तेजी
बजाज फाइनेंस का शेयर 9 जून 2025 को 4.4% की बढ़त के साथ ₹9,785.90 के स्तर पर पहुंच गया। यह इसका 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर रहा। अप्रैल 2025 में भी यह शेयर ₹9,700 के पार गया था, लेकिन इस बार का उछाल ज्यादा प्रभावशाली माना जा रहा है क्योंकि यह सिर्फ दो दिनों में ~10% की छलांग है।
- पिछले 6 महीनों में रिटर्न: लगभग 40%
- 52 सप्ताह का न्यूनतम स्तर: ₹6,800 के करीब
- 1 साल में रिटर्न: लगभग 45%
🏦 2. आरबीआई का बड़ा फैसला और उसका असर
6 जून 2025 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बड़ा ऐलान करते हुए:
- रेपो रेट में 0.50% की कटौती की।
- CRR (Cash Reserve Ratio) में 1% की कटौती की जिससे बैंकों के पास ज्यादा लिक्विडिटी आई।
इस फैसले का सीधा असर NBFCs (Non-Banking Financial Companies) पर पड़ा, क्योंकि उनकी फंडिंग की लागत घट गई। नतीजतन, बजाज फाइनेंस जैसी कंपनियों के मार्जिन बढ़ने की संभावना बढ़ गई है।
एनालिस्ट्स की राय:
Emkay Global और Motilal Oswal जैसे ब्रोकरेज हाउसेज़ ने NBFCs को बैंकिंग सेक्टर से बेहतर प्रदर्शनकर्ता बताया है।
🧾 3. बोनस शेयर और स्टॉक स्प्लिट की घोषणा
बजाज फाइनेंस ने 29 अप्रैल 2025 को Q4 के नतीजों के साथ दो बड़े कॉर्पोरेट ऐलान किए:
- बोनस शेयर: 4:1 (यानी 1 शेयर पर 4 बोनस)
- स्टॉक स्प्लिट: 1:2 (₹2 फेस वैल्यू को ₹1 में विभाजित)
📌 रिकॉर्ड डेट:
- 16 जून 2025 तय की गई है। यानी उस दिन तक जिन निवेशकों के पास शेयर होंगे, उन्हें ये लाभ मिलेगा।
🧮 उदाहरण:
यदि आपके पास 1 शेयर है जिसकी कीमत ₹9,700 है, तो:
- वह दो हिस्सों में बंटेगा (1:2)
- फिर 4 बोनस शेयर मिलेंगे
➡️ कुल शेयर होंगे = 10
➡️ निवेश मूल्य लगभग ₹970 प्रति शेयर हो जाएगा
📊 4. तिमाही वित्तीय नतीजे (Q4FY25)
- नेट प्रॉफिट: ₹4,545 करोड़ (YoY 19% वृद्धि)
- नेट इंटरेस्ट इनकम (NII): ₹9,807 करोड़ (YoY 22% वृद्धि)
- AUM (Assets Under Management): ₹2.09 लाख करोड़ (26% की बढ़त)
- ग्रॉस NPA: 0.95% से घटकर 0.82% हुआ
इन नतीजों से यह स्पष्ट होता है कि कंपनी न केवल ग्रोथ कर रही है बल्कि अपनी क्रेडिट क्वालिटी भी सुधार रही है।
📊 5. डिविडेंड
कंपनी ने ₹2 फेस वैल्यू के शेयर पर ₹44 का डिविडेंड घोषित किया है, जो 2200% का लाभ है। यह भी दिखाता है कि कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत है।
🏢 6. कंपनी की स्थिति और व्यवसाय मॉडल
मुख्यालय: पुणे
ग्राहक संख्या: ~10 करोड़
सेगमेंट:
- कंज्यूमर फाइनेंस
- SME लोन
- कमर्शियल लोन
- डिजिटल EMI कार्ड
- इंश्योरेंस, म्यूचुअल फंड, हाउसिंग फाइनेंस
विशेषताएं:
- डिजिटल इनोवेशन में अग्रणी
- ग्राहक सेवा के लिए AI और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग
🧮 7. वैल्यूएशन और तकनीकी विश्लेषण
मैट्रिक | वैल्यू |
---|---|
PE रेशियो | ~33.4 |
PB रेशियो | ~5.61 |
शेयर वोलैटिलिटी (Beta) | ~1.5 |
1 साल का रिटर्न | +45% |
तकनीकी संकेत:
- RSI (Relative Strength Index) ~78 के आसपास, जो यह संकेत देता है कि स्टॉक ओवरबॉट ज़ोन में है।
🔍 8. सेक्टर का परिप्रेक्ष्य
बैंकिंग बनाम NBFC में:
- RBI के रेट कट से NBFCs को ज्यादा फायदा मिला क्योंकि वे फिक्स्ड रेट पर लोन देती हैं और बैंकों से फंडिंग लेती हैं।
- NBFC इंडेक्स में दो दिनों में ~6% की बढ़त देखी गई।
- बजाज फाइनेंस, M&M Finance, Cholamandalam, HDFC Ltd जैसे स्टॉक्स को बढ़त मिली।
💼 9. निवेशकों के लिए सलाह
📈 सकारात्मक बातें:
- स्टॉक स्प्लिट और बोनस से लिक्विडिटी बढ़ेगी
- मजबूत वित्तीय नतीजे
- डिविडेंड की उदार नीति
- RBI की रेट कट नीति से लाभ
⚠️ जोखिम:
- PE रेशियो ऊंचा है (Overvalued Zone)
- अगर RBI फिर से दरें बढ़ाता है तो असर होगा
- Bonus/Split के बाद शॉर्ट-टर्म में वोलैटिलिटी संभव
🔮 10. भविष्य की संभावनाएं
- 2025–26 में कंपनी का फोकस डिजिटल लेंडिंग पर रहेगा
- ग्रामीण क्षेत्रों में नए ग्राहक जोड़ने की योजना
- हाउसिंग लोन और डिजिटल सेवाओं का विस्तार
- निवेशकों को दीर्घकालिक दृष्टिकोण से इसमें बने रहना चाहिए
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📚 निष्कर्ष:
बजाज फाइनेंस भारत की सबसे भरोसेमंद NBFCs में से एक है, जिसने वित्तीय मजबूती, इनोवेशन, और निवेशकों को बेहतर रिटर्न के साथ एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड पेश किया है। RBI की मौद्रिक नीति और कंपनी के कॉर्पोरेट ऐक्शन ने शेयर को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। हालांकि वैल्यूएशन महंगा लग सकता है, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा मौका है।